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पोल खोल:बारिश ने खोली ‘टाटा’ के मरम्मत की खामी पानी उतरा, तो सड़कों से झांकने लगे गड्ढे
पीपलीनाका से गढ़कालिका मार्ग तो पानी से छलनी हो गया
24 घंटे में 2 इंच की बारिश ने शहर के सड़कों की सूरत बिगाड़ दी। मरम्मत और अनदेखी के चलते कई क्षेत्रों में जलभराव हुआ, जब पानी उतरा तो सड़कें गड्ढ़ों में तब्दील हो गई। गुरुवार को शहर की 35 से अधिक सड़कों से गुजरी तो ज्यादातर जगह टाटा कंपनी के पाइप लाइन डालने के दौरान खोदे गए गड्ढों में हल्के भराव की खामी सामने आई। शहर में 135 किमी सड़कों का जाल बिछा हुआ है। इसके मेंटेनेंस की जिम्मेदारी नगर निगम की है।
बारिश से पहले निगम ने सही से मेंटेनेंस नहीं किया, वहीं दूसरी ओर टाटा द्वारा शहरभर में बिछाई गई सीवरेज लाइन के लिए सड़कों के बीच 6-6 फीट की पटरी और चैंबर के लिए गड्ढे खोदे गए। पाइप लाइन बिछाने का काम शहर में लगभग पूरा हो गया लेकिन इसके बाद आई पहली बारिश ने उनके भराव के सिस्टम की पोल खोल दी। कई जगह भराव उखड़ गया। वहीं कई सड़कों पर मरम्मत की भी कमी देखने को मिली। पीपलीनाका से गढ़कालिका मार्ग तो पानी से छलनी हो गया। कंकर और गिट्टी फैल गई, जिससे राहगीरों को निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
टावर चौक पर गड्ढे तो चामुंडा माता चौराहा रोड भी उखड़ा
शहर के प्रमुख टावर चौक की सड़क में ही गड्ढे हो गए। यह सीधे तौर पर निगम की मरम्मत टीम की लापरवाही को उजागर करती है। इसके अलावा चामुंडा चौराहा, कंट्रोल रूम रोड, घासमंडी चौराहा, निजातपुरा मार्ग, निकास चौराहा जाने वाला मार्ग, बुधवारिया जाने वाला मार्ग, खजूर वाली मस्जिद मार्ग, आरपी भार्गव मार्ग, केडी गेट चौराहा, जूना सोमवारिया मार्ग, हेलावाड़ी जाने वाला मार्ग, बड़नगर रोड बड़े पुल की ओर जाने वाला मार्ग, बड़ा पुल, बड़ी सब्जी मंडी मार्ग, टंकी चौराहा और हरिफाटक रोड शामिल है, जहां सड़कें उखड़ गई है।
सड़कों की मरम्मत का काम शिल्पज्ञ विभाग देखता है। शहर में जहां भी सड़कों में गड्ढे हुए हैं, वहां मौसम खुलते ही मरम्मत का काम शुरू कर दिया जाएगा। गड्ढों में सीएनडी मटेरियल डाला जाएगा। यह एक प्रकार का मलबा होता है, जो वाहनों के चलने से दब जाता है और लोगों को निकलने में परेशानी नहीं आती है। बारिश से सड़कें क्यों उखड़ी, इसकी भी जांच कराई जाएगी।
-आदित्य नागर, अपर आयुक्त, नगर निगम